मुबाशिर जमील को सज़ा

(अमृत पाल सिंघ ‘अमृत’)

भाई तो कहता रहा कि उसको ग़ैबी आवाज़ें सुनाई देती हैं। भाई तो कहता रहा कि उसको कोई जिन्न चिमड़ा हुआ है। भाई तो कहता रहा कि वह जिन्न निकलवाने ही सीरिया जाना चाहता था।

इंग्लैंड के इन जज साहिब, जिनका नाम पीटर रूक है, ने भाई की बात पर बिल्कुल भी यक़ीन नहीं किया और दहशतगर्दी की तैयारी करने के जुर्म में भाई को कल छह साल क़ैद की सज़ा सुना दी।

इस भाई का नाम है मुबाशिर जमील। उम्र है 22 साल। 2 साल का था, जब पाकिस्तान से इंग्लैंड आ गया था अपने परिवार के साथ।

पिछले कुछ वक्त से इंटरनेट पर इस्लामिक स्टेट की बनाई वीडिओज़ देख-देख कर मुबाशिर जमील के दिल में शहीद होने की तमन्ना पैदा हो गई थी।

उसने इंटरनेट पर इस्लामिक स्टेट ग्रुप की गाइडेंस पढ़ी। उसी के अनुसार चलते हुये एक ग़ैर-मुस्लिम देश में इस्लामिक स्टेट ग्रुप का सीक्रेट एजेंट बनने के लिये अपनी पहचान बदल के अपनी दाढ़ी शेव करा दी और तुर्की तक पहुँचने की प्लानिंग बनाने लगा।

जमील इस्लामिक स्टेट ग्रुप के एक हैंडलर अबू हसन के सम्पर्क में आया। अबू हसन ने उससे उसके पासपोर्ट की कॉपी, उसकी तस्वीरें, और तुर्की के लिये फ्लाइट की टिकट की कॉपी ले ली। तुर्की के लिये उसकी फ्लाइट 30 अप्रैल, 2016 को थी।

जमील ने अबू हसन को कहा, “अगर तुम या कोई और भाई मुझे धमाके वाली आत्मघाती जैकेट डाल दे और बता दे कि इसका बटन कैसे दबाना है, तो मैं इंग्लैंड में कोई अच्छा टारगेट ढूँढ कर चाहे कल ही कुछ कर सकता हूँ।”

जमील ल्युटन शहर के अपने घर में बैठा अबू हसन से चैट कर रहा था कि तभी आतंकवाद निरोधक अफ़सर दरवाज़ा तोड़कर उसके घर में घुस गये और जमील को अबू हसन से चैट करते रंगे हाथों पकड़ लिया। तुर्की के लिये उसकी फ्लाइट 30 अप्रैल, 2016 को थी और उसको उससे पहले ही 27 अप्रैल को ग्रिफ्तार कर लिया गया।

मुक़द्दमा चलने पर ही मुबाशिर जमील को यह पता चला कि अबू हसन इस्लामिक स्टेट ग्रुप का बन्दा न होकर ब्रिटिश ख़ुफ़िया एजेंसी का एजेंट था।

कोर्ट में चले मुक़द्दमे में उसके बचाव में यह कहा गया कि जमील दिमाग़ी तौर पर बीमार है। इस पर भी जज साहिब ने कोई छोट नहीं दी और कहा कि अगर उसको इलाज की ज़रूरत है, तो छह साल क़ैद की सज़ा का कुछ हिस्सा वह सुरक्षित हस्पताल में गुज़ार सकता है।

छह साल की क़ैद के बाद जमील को अगले पाँच साल पुलिस की निगरानी में गुज़ारने पड़ेंगे।

देखने वाली बात यह होगी कि जेल में वक़्त गुज़ारने के बाद क्या जमील को चिमड़ा जिन्न निकल जायेगा।

News Source: http://www.tribuneindia.com/mobi/news/world/pakistan-born-man-jailed-for-terror-plot-in-uk/502432.html